रेसक्यू Neelam Kulshreshtha द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें सामाजिक कहानियां किताबें रेसक्यू रेसक्यू Neelam Kulshreshtha द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां रेसक्यू [ नीलम कुलश्रेष्ठ ] [ जब भी टी वी ऑन करो बहुत से प्रदेशों की दिल दहलाने वाली पानी में भरी सूरत होती हैं। सन – 2006 सूरत में भयानक बाढ़ आई थी- प्रशासन व सिंचाई विभाग ग़फ़लत ...और पढ़ेकॉर्पोरेट के तीन तृतीय श्रेणी के कर्मचारी बाढ़ में जा फंसे थे। इस कहानी से आपको पता लगेगा कि कॉर्पोरेट्स में काम करने वाले मशीन मानव हो जाने के लिये बदनाम में भी इंसानियत होती है।इन कर्मचारियों को बचाने में अपनी जान लगा देते हैं। इसमें सुपन मेरा बेटा सुलभ ही है व फ़िल्म स्टार हक़ीक़त में फ़ारुख़ शेख हैं, कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर Neelam Kulshreshtha फॉलो