कारन्टान monika kakodia द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें लघुकथा किताबें कारन्टान कारन्टान monika kakodia द्वारा हिंदी लघुकथा 85 286 इससे पहले की आप कहें मैंने अशुद्ध लिखा है, चलिए पढ़ते हैं ये कहानी"हैल्लो..हैल्लो...कैन यु हेअर मी...आवाज़ आ रही है ना मेरी?"" नहीं सर थोड़ा ज़ोर से बोलिए..कुुुछ समझ नहीं आ रहा है ,आपकी आवाज़ कट रही है लगता ...और पढ़ेकुछ नेटवर्क इशू है मैं बादमे फ़ोन करता हूँ।""अरे नहीं ना, तुम रुको मैं बाहर जाकर कॉल करता हूँ, बेवज़ह लाखों का नुकसान करवा रहा है ये कोरोना, लेना देना कुछ नहीं, सब बक़वास है " कोरोना को कोसते हुए मुरारीलाल जी चढ़ गए छत पर, वो राहुल से क्या जरूरी बात करने वाले थे ये भूल भाल कर कोरोना कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर monika kakodia फॉलो