फितरत इंसान की Ajay Amitabh Suman द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें कविता किताबें फितरत इंसान की फितरत इंसान की Ajay Amitabh Suman द्वारा हिंदी कविता 57 228 मानव के स्वभाव को दिखाती हुई पाँच कविताएँ1.फितरत इंसान कीइन्सान की ये फितरत है अच्छी खराब भी,दिल भी है दर्द भी है दाँत भी दिमाग भी ।खुद को पहचानने की फुर्सत नहीं मगर,दुनिया समझाने की रखता है ख्वाब भी।शहर ...और पढ़ेभटकता तन्हाई ना मिटती ,रात के सन्नाटों में रखता है आग भी।पढ़ के हीं सीख ले ये चीज नहीं आदमी,ठोकर के जिम्मे नसीहतों की किताब भी।दिल की जज्बातों को रखना ना मुमकिन,लफ्जों में भर के पहुँचाता आवाज भी।अँधेरों में छुपता है आदमी ये जान कर,चाँदनी है अच्छी पर दिखते हैं दाग भी।खुद से अकड़ता है खुद से हीं लड़ता,जाने जिद कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर Ajay Amitabh Suman फॉलो