नानी तुमने कभी प्यार किया था - 9 महेश रौतेला द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें प्रेम कथाएँ किताबें नानी तुमने कभी प्यार किया था - 9 नानी तुमने कभी प्यार किया था - 9 महेश रौतेला द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 60 254 नानी तुमने कभी प्यार किया था?भाग-9फेसबुक पर अपने कालेज, हास्टेल, झील, छोटी-छोटी पगडण्डियों और हरे-भरे पर्यावरण को देख मेरी पुरानी यादें तरोताजा हो गयीं। इसी फोटो के नीचे उसने लिखा था-"जहाँ तकदेख सकता था तुम्हेंदेखा,जहाँ तकजा सकता था तुम्हारे ...और पढ़ेतकसोच सकता था तुम परसोचा,जहाँ तकलौट सकता था तुम्हारे लिएलौटा,जहाँ तकपा सकता था तुम्हारा अंदाजचला,जहाँ तकपहुँचा सकता था अपनी बातपहुँचाया,मेरे इस देखने,सोचने,चलने,लौटनेऔर पहुँचाने में,पता नहीं कौन -कौन था?"फिर लिखा था," बीच में जागेश्वर गया था।बहुत सुन्दर जगह है। एक ही जगह पर १२८ छोटे-बड़े मन्दिर हैं। कहा जाता है कि ये मन्दिर कत्यूरी और चन्द राजाओं ने बनवाये थे।पौराणिक मान्यता कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें नानी तुमने कभी प्यार किया था - उपन्यास महेश रौतेला द्वारा हिंदी - प्रेम कथाएँ (22) 3.7k 7.3k Free Novels by महेश रौतेला अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर महेश रौतेला फॉलो