नशा monika kakodia द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें लघुकथा किताबें नशा नशा monika kakodia द्वारा हिंदी लघुकथा 256 551 "देखना एक दिन मेरा बेटा अफसर बनकर लौटेगा" रुंधे हुए गले और नम आँखों से पिता अपनी बेटी सीमा की पीठ थापथपाते हुए उसे ढांढ़स बंधा रहे थे। पहली बार सीमा अपने घर से दूर जा रही थी। पिता ...और पढ़ेअब तक की अपनी जमा पूंजी इकठ्ठी कर दिल्ली की एक बड़ी कोचिंग क्लास में सीमा का एडमिशन करवाया है। एक मध्यमवर्गीय परिवार के पास सपनों के अलावा और होता भी क्या है, बस अपने इन्हीं सपनों को बक्से में भर कर सीमा दिल्ली पहुंच गयी। अपने गाँव के एक छोटे से हिंदी मीडियम सरकारी कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर monika kakodia फॉलो